(डाउनलोड "Download") यूपीएससी आईएएस (प्री) सीसैट परीक्षा पेपर UPSC IAS (Pre.) CSAT Exam Paper - 2016 (Paper - 2) "held on 07-08-2016"
परीक्षा का नाम: आईएएस (प्री)
विषय: सीसैट (पेपर -2) CSAT Paper -2
साल Year: 2016
टेस्ट बुकलेट सीरीज: C
आने वाले 8 प्रश्नांशों के लिए निर्देशः निम्नलिखित आठ परिच्छेदों को पढ़िये तथा प्रत्येक परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए। इन प्रश्नांशों के आपके उतर परिच्छेदों पर आधारित ही होने चाहिए।
परिच्छेद - 1
पारदर्शिता और प्रतियोगिता को समाप्त करने से, क्रोनी-पूंजीवाद (क्रोनी-कैपिटलिज़्म) मुक्त उद्यम, अवसर और आर्थिक प्रगति के लिए हानिकारक है। क्रोनी-पूंजीवाद, जिसनें धनाढ्य और प्रभावशाली व्यक्तियों पर यह आरोप लगता है कि उन्होंने भ्रष्टाचारी राजनीतिज्ञों को घूस देकर जमीन और प्राकृतिक संसाधन तथा विभिन्न लाइसेन्स प्राप्त किए हैं, अब एक प्रमुख मुद्दा बन गया है जिसे निपटने की जरूरत है। भारत जैसी विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की संृविद्ध के लिए बहुत बड़ा खतरा मध्य-आय-जाल (मिडिल इन्कम ट्रैप) है जहां क्रोनी-पूंजीवाद अल्पतंत्रों (आॅलिगार्कीज) को निर्मित करता है जो संवृद्धि को धीमा कर देते हैं।
1. उपर्युक्त परिच्छेद का सर्वाधिक तार्किक उपनिगमन (कारोली) निम्नलिखित में से कौन सा है?
- अपेक्षाकृत अधिक कल्याणकारी स्कीमों को आरंभ करने और चालू स्कीमों के लिए अपेक्षाकृत अधिक वित्त आबंटित करने की तत्काल आवश्यकता है
- आर्थिक विकास को अन्य माध्यमों से प्रोत्साहित करने एवं निर्धनों को लाइसेंस जारी करने का प्रयास किया जाना चाहिए
- वर्तमान में सरकार की कार्य-प्रणाली और पारदर्शी तथा वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है
- हमें सेवा क्षेत्राक की जगह निर्माण क्षेत्राक का विकास करने पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए
परिच्छेद-2
जलवायु अनुकूलन अप्रभावी हो सकता है यदि दूसरे विकास संबंधी सरोकारों के संदर्भ में निीतियों को अभिकल्पित नहीं किया जाता। उदाहरण के तौरप पर, एक व्यापक नणनीति, जो जलवायु परिवर्तन के सन्दर्भ में खाद्य सुरक्षा की अभिवृद्धि करने का प्रयास करती है, कृषि प्रसार, फस्ल विविधता, एकीकृत जल एवं पीड़क प्रबंधन और कृषि सूचना सेवाओं से संबंधित उपायों के एक समुच्च को, सम्मिलित कर सकती है। इनमें से कुछ उपाय जलवायु परिवर्तन से और अन्य उपाय आर्थिक विकास से संबंधित हो सकते हैं।
2. उपर्युक्त परिच्छेद से कौनसा सर्वाधिक तर्कसंगत और निणार्यक निष्कर्ष (इनफेरेंस) निकाला जा सकता है?
- विकासशील देशों में जलवायु अनुकूलन जारी रखना कठिन है
- खाद्य सुरक्षा की अभिवृद्धि करना, जलवायु अनुकूलन की अपेक्षा कहीं अधिक जटिल विषय है
- प्रत्येक विकासात्मक क्रियाकलाप प्रत्यक्षतः या अप्रत्यक्षतः जलवायु से जुड़ा है
- जलवायु अनुकूलन की दूसरे आर्थिक विकास विकल्पों के संबंध में परीक्षा की जानी चाहिए